पोस्ट ऑफिस Post office की इस स्कीम से पति-पत्नी करें 68,400 रुपए की कमाई, इस तरह उठाएं फायदा
Post office Schemes: अगर आप नौकरी के अलावा भी कोई आमदनी का ऑप्शन देख रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस (Post Office MIS) की स्कीम आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है. इसके अलावा अगर आप हस्बैंड वाइफ हैं तो यह स्कीम आपको डबल फायदा दे सकती है. बता दें पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (MIS) में आपको हर महीने कमाई का मौका मिलता है. इसके अलावा आपको इसमें ज्वाइंट अकाउंट खुलवाने की भी सुविधा मिलती है. आइए आपको बताते हैं कि आपको इसमें डबल फायदा कैसे मिल सकता है.
इस स्कीम में ज्वाइंट अकाउंट के जरिए आपका लाभ इसमें दोगुना हो जाता है. हम आपको आज इस खास स्कीम के बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं कि कैसे इससे जुड़कर हस्बैंड वाइफ इस स्कीम के जरिए 68400 रुपए तक की सालाना कमाई कर सकते हैं.
एमआईएस स्कीम में खोले गए अकाउंट को सिंगल और ज्वाइंट दोनों तरह से ही खोला जा सकता है. व्यक्तिगत खाता खोलते समय आप इस स्कीम में न्यूनतम 1,000 रुपए और अधिकतम 4.5 लाख रुपए का निवेश कर सकते हैं. लेकिन, ज्वाइंट खाते में अधिकतम 9 लाख रुपए तक जमा किया जा सकता है. यह योजना रिटायर्ड कर्मचारियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए तो काफी फायदेमंद है.
MIS में अच्छी बात ये है कि दो या तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं. इस अकाउंट के बदले में मिलने वाली आय को हर मेंबर को बराबर दिया जाता है. ज्वाइंट अकाउंट को कभी भी सिंगल अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. सिंगल अकाउंट को भी ज्वाइंट अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. अकाउंट में किसी तरह का बदलाव करने के लिए सभी अकाउंट मेंबर्स की ज्वाइंट एप्लीकेशन देनी होती है.
आपको बता दें इस स्कीम में आपको मौजूदा समय में 7.6 फीसदी की दर से सालाना ब्याज मिल रहा है. स्कीम के तहत आपकी कुल जमा पर सालाना ब्याज के हिसाब से रिटर्न की कैलकुलेशन की जाती है. इसमें आपका कुल रिटर्न सालाना आधार पर होता है. इसलिए इसे हर महीने के हिसाब से 12 हिस्सों में बांट दिया जाता है. यह एक हिस्सा आप हर महीने अपने खाते में मंगा सकते हैं. अगर आपको मंथली बेसिस पर इसकी जरूरत नहीं है तो मूलधन में यह रकम भी जोड़कर उसपर ब्याज मिलता है.
मान लिया की किसी पति-पत्नी ने इस स्कीम के तहत ज्वॉइंट अकाउंट में 9 लाख रुपए निवेश किया है. 9 लाख की जमा पर 7.6 फीसदी ब्याज दर से सालाना रिटर्न 68400 रुपए होगा. इसे अगर 12 हिस्सें में बांट दिया जाए तो यह मंथली 5700 रुपए होगा. यानी मंथनी 5700 रुपए आप हर महीने अपने खाते में मंगा सकते हैं. वहीं आपका मूलधन पूरी तरह से सुरक्षित पड़ा रहेगा. चाहें तो स्कीम को 5 साल बाद और 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं.
Post office Schemes: अगर आप नौकरी के अलावा भी कोई आमदनी का ऑप्शन देख रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस (Post Office MIS) की स्कीम आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है. इसके अलावा अगर आप हस्बैंड वाइफ हैं तो यह स्कीम आपको डबल फायदा दे सकती है. बता दें पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (MIS) में आपको हर महीने कमाई का मौका मिलता है. इसके अलावा आपको इसमें ज्वाइंट अकाउंट खुलवाने की भी सुविधा मिलती है. आइए आपको बताते हैं कि आपको इसमें डबल फायदा कैसे मिल सकता है.
सालाना होगी इतनी कमाई
इस स्कीम में ज्वाइंट अकाउंट के जरिए आपका लाभ इसमें दोगुना हो जाता है. हम आपको आज इस खास स्कीम के बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं कि कैसे इससे जुड़कर हस्बैंड वाइफ इस स्कीम के जरिए 68400 रुपए तक की सालाना कमाई कर सकते हैं.
क्या है MIS स्कीम
एमआईएस स्कीम में खोले गए अकाउंट को सिंगल और ज्वाइंट दोनों तरह से ही खोला जा सकता है. व्यक्तिगत खाता खोलते समय आप इस स्कीम में न्यूनतम 1,000 रुपए और अधिकतम 4.5 लाख रुपए का निवेश कर सकते हैं. लेकिन, ज्वाइंट खाते में अधिकतम 9 लाख रुपए तक जमा किया जा सकता है. यह योजना रिटायर्ड कर्मचारियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए तो काफी फायदेमंद है.
क्या-क्या मिलते हैं फायदे?
MIS में अच्छी बात ये है कि दो या तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं. इस अकाउंट के बदले में मिलने वाली आय को हर मेंबर को बराबर दिया जाता है. ज्वाइंट अकाउंट को कभी भी सिंगल अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. सिंगल अकाउंट को भी ज्वाइंट अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. अकाउंट में किसी तरह का बदलाव करने के लिए सभी अकाउंट मेंबर्स की ज्वाइंट एप्लीकेशन देनी होती है.
कैसे काम करती है योजना
आपको बता दें इस स्कीम में आपको मौजूदा समय में 7.6 फीसदी की दर से सालाना ब्याज मिल रहा है. स्कीम के तहत आपकी कुल जमा पर सालाना ब्याज के हिसाब से रिटर्न की कैलकुलेशन की जाती है. इसमें आपका कुल रिटर्न सालाना आधार पर होता है. इसलिए इसे हर महीने के हिसाब से 12 हिस्सों में बांट दिया जाता है. यह एक हिस्सा आप हर महीने अपने खाते में मंगा सकते हैं. अगर आपको मंथली बेसिस पर इसकी जरूरत नहीं है तो मूलधन में यह रकम भी जोड़कर उसपर ब्याज मिलता है.
उदाहरण से समझें कैसे होगी इनकम
मान लिया की किसी पति-पत्नी ने इस स्कीम के तहत ज्वॉइंट अकाउंट में 9 लाख रुपए निवेश किया है. 9 लाख की जमा पर 7.6 फीसदी ब्याज दर से सालाना रिटर्न 68400 रुपए होगा. इसे अगर 12 हिस्सें में बांट दिया जाए तो यह मंथली 5700 रुपए होगा. यानी मंथनी 5700 रुपए आप हर महीने अपने खाते में मंगा सकते हैं. वहीं आपका मूलधन पूरी तरह से सुरक्षित पड़ा रहेगा. चाहें तो स्कीम को 5 साल बाद और 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं.